
21 जून को भारत सहित पूरी दुनिया ने 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े जोश और उत्साह से मनाया। इस बार खास बात यह रही कि भारत ने दो राज्यों—गुजरात और आंध्र प्रदेश में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
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वडनगर में 2,121 लोगों ने बनाया ‘भुजंगासन’ का वर्ल्ड रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह नगर वडनगर की शर्मिष्ठा झील के किनारे एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जब 2,121 लोगों ने एक साथ 2 मिनट 9 सेकेंड तक भुजंगासन (Cobra Pose) कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।
गिनीज रिकॉर्ड के जज रिचर्ड स्टनिंग ने बताया कि योग में कोबरा मुद्रा करने वाले सबसे ज्यादा प्रतिभागियों का यह पहला रिकॉर्ड है। न्यूनतम आवश्यकता 250 लोगों की थी, लेकिन 2184 प्रतिभागियों ने भाग लिया और 2121 ने रिकॉर्ड को पूरा किया।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने साझा की खुशी
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस उपलब्धि को राज्य और देश के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने योग को भारत के ऋषियों का शाश्वत उपहार कहा और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
आंध्र प्रदेश ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़े
3 लाख लोगों ने एक साथ योग किया
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में तीन लाख से अधिक लोगों ने एक साथ योग कर नया रिकॉर्ड बनाया। यह दृश्य न सिर्फ राज्य बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय बना।
2000 आदिवासी छात्रों ने किया 108 सूर्य नमस्कार
एक और रिकॉर्ड में, 2000 आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार कर इतिहास रच दिया। इस पहल के तहत कुल 2.45 करोड़ लोगों ने योग दिवस में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया।
सीएम नायडू ने कहा- लोगों ने रचा इतिहास
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि यह पूरे आंध्र प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन है। योग अब एक सांस्कृतिक क्रांति बन गया है।
पीएम मोदी ने कहा – योग सभी का, सभी के लिए
प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस के मौके पर कहा कि योग का संदेश सिडनी ओपेरा हाउस से लेकर एवरेस्ट की चोटियों और समुद्र के विस्तार तक पहुंच चुका है। यह सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि मानव कल्याण के लिए एक वैश्विक प्रयास है।
उन्होंने योग को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया और कहा कि “योग सभी का है, और सभी के लिए है।”
योग और गरबा का संगम
गुजरात के अंबाजी मंदिर में योग के साथ गरबा का प्रदर्शन भी हुआ, जिसने इस उत्सव को और भी खास बना दिया। यह स्वास्थ्य, संस्कृति और परंपरा का सुंदर संगम रहा।
International Yoga Day 2025 ने यह साबित कर दिया कि योग न केवल स्वास्थ्य का मंत्र है बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति भी है। वडनगर और आंध्र प्रदेश के रिकॉर्ड्स ने यह संदेश पूरी दुनिया को दिया कि योग भारत का है, पर इसके लाभ समस्त मानवता के लिए हैं।
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